Wednesday, September 11, 2013

Barmer News

डीजीएम गुप्ता बोल रहा हूं,छह लाख रूपए खाते में डाल दो बाड़मेर। डीजीएम गुप्ता बोल रहा हूं, छह लाख रूपए एचडीएफसी पटना के साहिलकुमार के खाते में आरटीजीएस करवाओ। डीजीएम के आदेश की पालना में तत्काल आरटीजीएस करवा दिया गया, लेकिन बाद में पता चला कि किसी ने पप्पू बना दिया और बैंक को चपत लगा दी। स्टेट बंैक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर शाखा कलेक्ट्रेट बाड़मेर के कार्यवाहक शाखा प्रबंधक गोविन्ददान देथा ने शहर कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया कि मंगलवार दोपहर करीब 3.26 बजे बैंक के बेसिक टेलीफोन नम्बर पर एक कॉल आया, जिसे अकाउण्टेण्ट रामपत गोटवाल ने रिसीव किया। कॉल करने वाले ने बताया कि मैं डीजीएम गुप्ता बोल रहा हूं, आरटीजीएस कौन देख रहा है, उससे बात करवाओ। गोटवाल ने आरटीजीएस प्रभारी सुदेश नेहपालिया का नाम बताया तो उसने सेलफोन नम्बर देने को कहते हुए बताया कि वह सेलफोन पर बात कर लेंगे। गोटवाल ने नेहपालिया का सेलफोन दे दिया। इसके बाद 3.28 बजे आरटीजीएस प्रभारी नेहपालिया के सेलफोन पर घण्टी बजी, जिसे उन्होंने रिसीव किया। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं डीजीएम गुप्ता बोल रहा हूं, जैसा कहता हूं वैसा करो... एचडीएफसी पटना में साहिलकुमार के नाम के इस खाते (खाता नम्बर) में छह लाख रूपए आरटीजीएस करवाओ। नेहपालिया ने तुरंत ही इसकी पालना कर दी। कुछ देर बाद उन्हें लगा कि कुछ गड़बड़ तो नहीं हुई। उन्होंने कथित डीजीएम गुप्ता के सेलफोन नम्बर पर सम्पर्क किया तो फोन नो रिप्लाई आया। तुरंत ही साहिल के खाते की जानकारी ली गई तो पता चला कि पांच लाख रूपए पांच अलग-अलग खातों में ट्रांर्सफर हो गए हैं। गोल्डन एटीएम कार्ड के जरिए वह रूपए उठा दिए गए। बैंक प्रबंधन साहिल का खाता सीज करवाया, जिसमें एक लाख रूपए बचे हुए थे। इस धोखाधड़ी के जरिए बैंक को पांच लाख रूपए की चपत लग गई। शहर कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्जकिया।

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